viral

सरिता से बनी शरद, फिर सविता संग लिए 7 फेरे… अब घर में गूंजी नन्हीं किलकारी

शरद सविता बने मम्मी पापा.

लड़की से लड़की की शादी और लड़के से लड़के की शादी… इस तरह के कई किस्से आपने सुने होंगे. उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में भी दो लड़कियों ने आपस में शादी की. लेकिन अब इन दोनों के घर एक किलकारी गूंजी है. जी हां, दोनों मम्मी-पापा बन गए हैं. उन्हें एक बेटा हुआ. यह ‘चमत्कार’ विज्ञान से संभव हो पाया है. कैसे चलिए जानते हैं.

शाहजहांपुर में सरिता नामक लड़की बेटी के रूप में पैदा हुईं थीं. मगर विज्ञान के सहारे पुरुष बन गईं. उन्होंने लिंग परिवर्तित कराया और शरद सिंह बनकर अपनी गर्लफ्रेंड सविता से लव मैरिज की. बुधवार को शरद पापा बन गए. उनकी बीवी सविता ने बेटे को जन्म दिया है.

जानकारी के मुताबिक, शरद सिंह (सरिता) काकोरी एक्शन के बलिदानी ठाकुर रोशन सिंह के परिवारी हैं. उनका जन्म ठाकुर रोशन सिंह की बतौर प्रपौत्री हुआ था. जब उनकी पहचान सरिता के तौर पर थी, तब भी लड़कों जैसे हाव-भाव थे. वो लड़कों की तरह ही ड्रेस-अप करतीं और वैसे ही रहतीं जैसे कि एक लड़का रहता है.

ये भी पढ़ें

2023 में की सविता से शादी

साल 2022 में उन्होंने तय किया कि अब लिंग परिवर्तन करा लड़का बनेंगी. इसके लिए उन्होंने लखनऊ में हार्मोंस थेरेपी कराई. धीरे-धीरे उनके चेहरे पर दाढ़ी आ गई, आवाज भी पुरुषों की तरह भारी हो गई. 2023 में उन्होंने मध्यप्रदेश के इंदौर में सर्जरी कराकर लिंग परिवर्तन करवा लिया. 27 जून 2023 को तत्कालीन डीएम उमेश प्रताप सिंह ने उन्हें लिंग परिवर्तन का प्रमाणपत्र दिया. इसके बाद उन्हें शरद रोशन सिंह के नाम से नई पहचान मिली. 23 नवंबर 2023 को पीलीभीत निवासी महिला मित्र सविता से उन्होंने शादी कर ली.

ऐसे हो सकते हैं प्रेग्नेंट

इसके बाद पिछले साल सविता प्रेग्नेंट हुईं. बुधवार सुबह प्रसव पीड़ा होने पर सविता को जैन अस्पताल में भर्ती कराया गया. शाम पांच बजे उन्होंने बेटे को जनम दिया. शरद ने बताया कि जिन परिस्थितियों से निकलकर पिता बनने का सुख मिला है, वह जीवन की सबसे बड़ी खुशी है. शरद का घर नवादा दरोवस्त गांव में है. वह सरकारी स्कूल में सहायक अध्यापक हैं. बरेली के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. सुदीप सरन के अनुसार- यदि किसी में महिला एवं पुरुष दोनों के लक्षण हों तो ऐसी सर्जरी कराई जा सकती है. उसमें इच्छानुसार, महिला संबंधी अंग शरीर से हटा दिए जाते हैं. हार्मोंस आदि देकर पुरुषों के लक्षण बढ़ाए जाते हैं, जोकि संतान उत्पत्ति भी कर सकते हैं.



What's your reaction?

Leave A Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Posts